पीएम सूर्य घर योजना क्या है

बिजली की कमी पूरा करने के लिए भारत सरकार एक योजना लाई है, जिसके तहत उपभोक्ता के छत पर सोलर पैनल लगवाए जाएंगे। यह पैनल बिजली बनाएंगेऔर बिजली घर को भी बिजली सप्लाई करेंगे और साथ-साथ कुछ बिजली ग्रिड में भी डाल देंगे। जिसका फायदा यह होगा कि सरकार के पास इतनी बिजली हो जाएगी की 24 घंटे बिजली दिया जा सके। उपभोक्ता का फायदा इसमें या होगा कि जितनी बिजली उनका पैनल बनाएगा उतनी यूनिट बिजली उनके लिए मुक्त हो जाएगी।

अगर किसी के पैनल ने महीने का 200 यूनिट बिजली बनाया है तो उसका बिजली का बिल इस प्रकार से आएगा कि 200 यूनिट उसकेलिए फ्री होगा। इसके अतिरिक्त अगर उसने बिजली खर्च किया है तो सिर्फ उठने का ही बिल देना होगा। इससे सरकार के पास अतिरिक्त बिजली पहुंच जाएगी जिससे 24 घंटे बिजली दे सकेंगे। और उपभोक्ता को मुक्त बिजली का लाभ मिल सकेगा।

ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम क्या है।

ऑन-ग्रिड सोलर पैनल सिस्टम, जिसे ग्रिड-टाईड सोलर सिस्टम भी कहा जाता है, एक ऐसा सिस्टम है जो सीधे आपके बिजली के मुख्य ग्रिड से जुड़ा होता है। यह सिस्टम बिजली उत्पादन और खपत के बीच तालमेल बनाकर काम करता है।

मुख्य विशेषताएं:

  1. ग्रिड से कनेक्शन:
    ऑन-ग्रिड सोलर पैनल से बनी बिजली आपके घर या ऑफिस में इस्तेमाल की जाती है। यदि सोलर पैनल पर्याप्त बिजली नहीं बना पाते, तो बाकी की बिजली मुख्य ग्रिड से ली जाती है।
  2. नेट मीटरिंग:
    यदि सोलर पैनल अतिरिक्त बिजली उत्पन्न करते हैं, तो यह मुख्य ग्रिड में भेज दी जाती है। इसके बदले में आपको नेट मीटरिंग के माध्यम से क्रेडिट मिल सकता है। इससे आपकी बिजली का बिल कम हो सकता है।

सोलर पैनल काम कैसे करता है

इसमें पैनल का कनेक्शन इनवर्टर के साथ-साथ स्मार्ट मीटर और एक नेट मीटर से किया जाता। हैयह नेट मीटर बिजली को घर में भी सप्लाई करता है और साथ-साथ ग्रिड में भी भेजता रहता है। जब दिन के समय मेंबिजली आती है तो पैनल स्वयं बिजली पैदा करना शुरू कर देता है और बची हुई बिजली ग्रिड में जाने लगती है। इस तरह रात के समय में हम सरकार की बिजली उपयोग करते हैं और दिन के समय में पैनल की बिजली उपयोग करते हैं।

स्मार्ट मीटर यह बताता कि पैनल ने कितने यूनिट यूनिट बिजली उत्पादन किया है और घर में कितनी यूनिट बिजली खर्च हुई है। इसी आधार पर हर महीने बिजली का बिल देना होगा, जितने यूनिट बिजलीपैनल बनाया होगा उतनी यूनिट का बिल नहीं देना है, अतिरिक्त यूनिट खर्च करने पर ही उसका बिल देना होगा।

प्रधानमंत्री फ्री सोलर पैनल योजना क्या है

सोलर पैनल लगवाने के लिए सरकार सब्सिडी दे रही है, 2 किलोवाट के पैनल पर केंद्र सरकार 60000और राज्य सरकार भी कुछ सहायता राशि देती है जैसे यूपी में 30000 मिलता है। इसी तरह 3 किलोवाट का पैनल लगवाने पर केंद्र सरकार 78000 और यूपी सरकार 30000 देती है।

इस तरह यूपी में 2 किलोवाट पर 90000 और 3 किलोवाट पर 108000 की सब्सिडी मिल जाती है। दूसरे राज्यों में यह अमाउंट अलग हो सकता है क्योंकि राज्य सरकारें अलग-अलग सब्सिडीदेती।

अगर कोई 4 किलोवाट या उससे अधिकपैनल लगवाता है तो उसको सब्सिडी वही दी जाएगी जो 3 किलोवाट पर दी जाती है। सरकार इसमें सब्सिडी का राशि सब्सिडि अमाउंट नहीं बढ़ती।

सब्सिडी किस मिलेगी

सब्सिडी हर जाति हर वर्ग को दिया जाएगा, इसमें बिजली का कनेक्शन घरेलू होना चाहिए। कमर्शियल कनेक्शन पर सरकार सब्सिडी नहीं दे रही है।
कमर्शियल कनेक्शन परऑन ग्रिड का पूरा लाभ दिया जा सकता हैसिर्फ सब्सिडी नहीं मिलेगी।

सोलर पैनल लगवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज

सोलर पैनल लगवाने के लिएआधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक और एक बिजली का बिल होना जरूरी है। बिजली का बिल जिस व्यक्ति के नाम से होगा उसी का आधार पैन और पासबुक होना चाहिए। जितने किलोवाट लगवाना चाहते हैं उतने किलोवाट का कनेक्शन आवश्यक है।

अगर आपका बिजली का कनेक्शन 1 किलोवाट का है और आप 2 किलोवाट या 3 किलोवाट लगवाना चाहते हैं, सबसे पहले बिजली विभाग से संपर्क करके उसे 2 किलोवाट या 3 किलो वाट करवानाआवश्यक होगा

इसके लिए बिजली विभाग को एक एप्लीकेशन देना होता है कि हमारा कनेक्शन 2 किलोवाट या 3 किलोवाट का कर दिया जाए , बिजली विभाग से कनेक्शन में बदलाव कर दिया जाता है।

पीएम सूर्य घर योजना में कितना खर्च आता है

2 किलोवाट का पैनल लगवाने पर 147000 से लेकर के 150000 तक खर्च आता है जिसमें सरकार 90 हजार सब्सिडी दे देती है। और 3 किलोवाट का पैनल लगवाने पर 190000 से लेकर के 195000 तक का खर्च आता है जिसमें सरकार द्वारा 108000 सब्सिडी दे दिया जाता है। यह सब्सिडी यूपी के उपभोक्ताओं के लिए है, दूसरे स्टेट के लिए सब्सिडी की राशि अलग हो सकती है।

पीएम सूर्य घर योजना ऑनलाइन आवेदन कैसे करें

पैनल लगवाने के लिए सबसे पहले सरकारी वेबसाइट pmsuryghar.org.in पर ऑनलाइन करना होता है। ऑनलाइन करते समय उपभोक्ता के मोबाइल पर ओटीपी जाता हैऔर वह ओटीपी उसे बताना होता है। इसमें कई स्टेप होते हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद बैंक द्वारा उसे भुगतान करना होता है। या तो उपभोक्ता पूरे पैसे जमा करें या फिर बैंक द्वारा लोन कर दिया जाता है, जिसमें बैंक पूरे अमाउंट का 10%जमा करवा लेती हैबाकी 90% पर ईएमआई बना देती है। ई एम आई लगभग 5 साल का बनता हैजो बहुत ही आसान होती।

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना होता है।

पंजीकरण:

सरकार की आधिकारिक वेबसाइट pmsuryaghar.gov.in पर जाना है।
होम पेज पर “रूफटॉप सोलर के लिए आवेदन करें” लिंक पर क्लिक करना है।
अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और ओटीपी के माध्यम से सत्यापित करें।
अपने राज्य, जिला, बिजली वितरण कंपनी (DISCOM) का चयन करना है।
बिजली उपभोक्ता संख्या, उपभोक्ता का नाम, ईमेल, बिजली बिल की प्रति, और छत की फोटो अपलोड करना है।
कैप्चा कोड दर्ज करें और सबमिट कर देना है। ।

लॉगिन:

उपभोक्ता संख्या और मोबाइल नंबर के साथ लॉगिन करते हैं और
रूफटॉप सोलर के लिए आवेदन पत्र भर देते हैं

स्थापना

फीज़िबिलिटी अप्रूवल मिलने के बाद, अपने DISCOM के पंजीकृत विक्रेताओं में से किसी एक से सोलर पैनल स्थापित करवाना होता है।

नेट मीटरिंग

स्थापना पूर्ण होने पर, प्लांट विवरण सबमिट करना होता है और नेट मीटर के लिए आवेदन करना पड़ता है।

सब्सिडी प्राप्ति:

DISCOM द्वारा निरीक्षण और नेट मीटर स्थापना के बाद, पोर्टल से आयोगिंग प्रमाणपत्र मिलता है।
आयोगिंग रिपोर्ट मिलने के बाद, बैंक खाता विवरण और कैंसिल चेक पोर्टल पर सबमिट कर देते हैं। ४५ दिनों के भीतर सब्सिडी आपके बैंक खाते में जमा हो जाती है।

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